Thursday, December 14, 2017

आपके अन्दर

आपके अन्दर कोई दोष है तो अपने को सजा दीजिए। दूसरे का दोष देखो तो उसको क्षमा कर दीजिए। 

परम पूज्य सुधांशुजी महाराज 

No comments: